दिनांक- 03-09-2008
प्रेस विज्ञप्ति
अभाविप ने एनएसयूआई के घोषणा पत्र को झूठ का पुलिंदा बताया है। साथ में यह भी जोड़ा की कि अध्यक्ष पद की उम्मीदवार की तरह घोषणा पत्र भी डम्मी है। ऐसा लगता है कि जैसे पुरानी मिठाई को फिर से चासनी चढ़ाई गई है। अभाविप अध्यक्ष पद की उम्मीदवार नूपुर शर्मा ने कहा कि इस बार दिल्ली विश्वविद्यालय का छात्र झांसे में नहीं आने वाला है। उन्होंने कहा कि अब छात्रों ने तय कर लिया है कि वे इस बार डूसू में परिवर्तन लाकर विद्यार्थी परिषद् के पैनल को मौका देंगे। उन्होने आरोप लगाया कि एनएसयूआई अपनी संभावित हार से बौखलाकर प्रशासन के सहयोग से अनुचित हथकंडों से परिषद कार्यकर्ताओं को चुनाव प्रचार के समय परेशान कर रहे हैं और परिषद् द्वारा लगाए गए हैंडमेड पोस्टर को ´डेमोक्रेसी वाल´ से फाड़ा जा रहा है।
विद्यार्थी परिषद् के पैनल के चारों उम्मीदवारों ने अपने चुनाव-प्रचार को तेज करते हुए अलग-अलग चुनाव अभियान चलाकर अपने घोषणापत्र के मुद्दों व योग्य उम्मीदवारों के नाम पर वोट मांगे। इस कड़ी के अंतर्गत अध्यक्ष प्रत्याशी नूपुर शर्मा ने सत्यवती, लक्ष्मीबाई, श्रद्धानंद, लॉ कॉलेज में प्रचार-प्रसार किया तथा उपाध्यक्ष पद के प्रत्याशी वासु रूक्खड़ ने सीएलसी, सत्यवती, श्रद्धानंद, राजधानी व साउथ कैंपस में छात्रों से संपर्क किया एवं इसी प्रकार सचिव पद की प्रत्याशी अनुप्रिया यादव व सह सचिव पद के प्रत्याशी मुकेश शुक्ला ने श्रद्धानंद, वेंक्की और रामजस जैसे कॉलेजों में अपने लिए वोट समर्थन मांगा।
Wednesday, September 3, 2008
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